World Poha Day: दुनिया भर में पोहे को फेमस कर रहे हैं ये 3 स्टार्टअप, क्या आपने खाया है इनका पोहा?
आज के वक्त में तमाम स्टार्टअप और कंपनियां पोहे को पूरी दुनिया में फैलाने का काम कर रही हैं. ग्लोबल लेवल पर पोहा कितना अहम हो गया है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं समय-समय पर पेप्सिको भी पोहे के बिजनेस में घुसने की कोशिश करती रहती है.
एक वक्त था जब पोहा (Poha) सिर्फ मराठी और मारवाड़ी परिवारों के किचन तक सीमित हुआ करता था. उसके बाद महाराष्ट्र से ये पोहा धीरे-धीरे मध्य प्रदेश के इंदौर पहुंचा. वहां से देखते ही देखते यह पूरे देश में फैल गया है. आज 7 जून को विश्व पोहा दिवस मनाया जाता है. आज के वक्त में तमाम स्टार्टअप और कंपनियां पोहे को पूरी दुनिया में फैलाने का काम कर रही हैं. ग्लोबल लेवल पर पोहा कितना अहम हो गया है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं समय-समय पर पेप्सिको भी पोहे के बिजनेस में घुसने की कोशिश करती रहती है. देश के तमाम बड़े ब्रांड भी कच्चा पोहा बेच रहे हैं. आइए पोहा दिवस (World Poha Day) पर जानते हैं कौन-कौन से स्टार्टअप पोहे का बिजनेस कर रहे हैं और इसे एक अलग पहचान दे रहे हैं.
1- सबसे पहले बात Pohewala की
पोहे का इतिहास दिखाता है कि ये सबसे पहले महाराष्ट्र में पॉपुलर हुआ था. महाराष्ट्र के भंडारा जिले में रहने वाले 2 दोस्तों ने मई 2018 में अपना स्टार्टअप पोहेवाला शुरू किया. चाहुल बालपांडे और पवन वाडीभस्मे का पोहेवाला शुरू करने का आइडिया आज काफी बड़ा हो चुका है. यहां तक कि यह शार्क टैंक तक में निवेश जुटाने के लिए जाने की कोशिश में है. नागपुर का ये स्टार्टअप कई तरीके के पोहे ऑफर करता है. आज के वक्त में नागपुर, अमरावती और दिल्ली में ये पोहा मिल रहा है. कंपनी स्विगी, जोमैटो और पोहेवाला की अपनी डिलीवरी सर्विस के जरिए 24 घंटे और सातों दिन पोहा उपलब्ध कराती है. इस स्टार्टअप ने तो अब फ्रेंचाइजी भी देनी शुरू कर दी है.
2- इंदौरी पोहा जीत रहा सबका दिल
महाराष्ट्र के बाद पोहा सबसे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर में फेमस हुआ. इंदौर में रोजाना सैकड़ों क्विंटल पोहा बिकता है. मध्य प्रदेश के सतना जिले में इंदौरी पोहा (Indori Poha) खूब धूम मचा रहा है. यह एक स्टार्टअप है, जिसकी शुरुआत रमेश कुशवाहा ने की थी. रमेश एक एमबीए ग्रेजुएट हैं, जिन्होंने पहले तो नौकरी की लेकिन उसमें मन नहीं लगा तो पोहे का स्टार्टअप इंदौरी पोहा शुरू किया. रमेश रोजाना 600-800 प्लेट पोहा बेच देते हैं, जो शुरुआती दिनों में 30-40 प्लेट पोहा बेचते थे. इस वक्त रमेश के कुल तीन स्टॉल अलग-अलग जगहों पर लगते हैं और उन्होंने अभी करीब 8 लोगों को रोजगार भी दिया हुआ है. यानी वह खुद तो आत्मनिर्भर बने ही हैं, साथ ही 8 लोगों को रोजगार भी मुहैया कराया है.
3- पोहा हाउस भी दे रहा अहम योगदान
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अगर बात हो रही है स्टार्टअप्स की, तो स्टार्टअप के हब बेंगलुरू को कैसे भूला जा सकता है. बेंगलुरू से भी एक पोहा स्टार्टअप पोहा हाउस (Poha House) शुरू हुआ, जो अब तेजी से बड़ा होता जा रहा है. 21वीं सेंचुरी में शुरू हुआ पोहा हाउस शुरू तो बेंगलुरू से हुआ था, लेकिन अब उसके दो फ्रेंचाइज स्टोर भी हैं. कंपनी का प्लान है कि अगले 2 सालों में इस स्टार्टअप के करीब 50 आउटलेट देश भर में हों. कंपनी की शुरुआत संजीव सज्जन (सीईओ और को-फाउंडर) और सुबेक अग्रवाल (बिजनेस इनक्युबेटर) ने की थी.
छप्पन मार्केट भी करता है पोहे को प्रमोट
इंदौर में एक मार्केट है, जिसका नाम है 56 मार्केट. यह नाम दरअसल 56 भोग से लिया गया है. यहां पर बहुत सारी दुकानें हैं, जिनमें इंदौर के अलग-अलग व्यंजन मिलते हैं. यहां भी सबसे कॉमन चीज है पोहा. इंदौर के लोगों की सुबह की शुरुआत ही पोहा-जलेबी से होती है. ऐसे में छप्पन मार्केट भी बड़े लेवल पर पोहे के प्रमोट करने का काम कर रहा है.
12:39 PM IST